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Showing posts from May, 2017

Music Club

कॉलोनी में एक नयी फॅमिली रहने आयी थी। फॅमिली क्या हैं शायद कोई न्यूली मैरिड हैं। अरे भाई कोई न्यूली मैरिड नहीं हैं, साथ रह रहे हैं बस! बस! क्या मतलब? इतने गिरे हुए लोग! मालूम नहीं लिव-इन का फैशन है आजकल अब तो अखबारों में भी लिखा आता है इसके बारे में आपको पता नहीं! हम्म अजीब बला हैं रसोई की खिड़की से झांको तो लड़का सब्ज़ी बनाता दीखता था जोरू का गुलाम, बिलकुल पर जोरू कैसे हुई? जब शादी ही नहीं हुयी तो! बस सब ऐसे ही है यह नज़राने कुछ ही दिनों के हैं जनाब शादी होने दो, प्रेम की पुंगी की कुकर से भी तेज़ हवा निकलेगी। कैसी बातें करते हो ? शादी! इन जैसे लोग शादी कहाँ करते हैं  जिस दिन लड़के ने खाना बनाना छोड़ा अगले दिन देखना दुश्मन हो जायेंगे एक दूसरे का मुँह नहीं देखेंगे यह यहाँ साथ नहीं टिकने वाले जल्द ही नए किरायदार आएंगे लिख के लेलो। लो फिर से शुरू हो गए., अजीबो गरीब गाने सुनते हैं अंग्रेज़ों की औलाद एक दिन उर्दू की ग़ज़लें और गीत सुने जा रहे थे तभी समझ आया मुसलमान है। फिर कॉलोनी में रहते हुए उन्हें तीन महीने हो चुके थे। लो तीन महीने हो गए अभी तक वही हाल