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प्रतिबिम्ब

तुम सब  में मुझे मैं दिखती हूँ थोड़ी थोड़ी जैसे मेरी ही छवि आधी-अधूरी। मित्र या शत्रु नहीं तुम हो मेरे ही प्रतिबिम्ब। प्रेम रहा सब से और बैर भी जैसे अंतर्द्वंद बाहर छलक पड़ा हो और बाह्यमुखि ये आँखें आज भीतर झाँक रहीं हों।

यात्रा

AC के डिब्बे में बंद यात्रा जारी है कम्बल और चादर में सुरक्षित। इंजिन के धुएं और हवा की सरसराहट से दूर आरक्षित। बदलते शहरों के पकवान,  गुम सूरज के होने का एहसास भी गुल। की इस मंच के किरदार सब सोएं हैं या फिर अपनी स्मार्ट फ़ोन की स्क्रीन में खोएं हैं। वाकई, यह सफर नहीं सिर्फ transportation  है। शुक्र है की भारतीय रेल में AC  के डिब्बे आज भी कुछ कम  हैं !

श्रोता कहाँ हैं?

मेरी कविता का भावार्थ किसने जाना? कोई जिज्ञासा नहीं? कोई सवाल? कोई सुझाव! नहीं, बस उदासीनता और rejection. कविता का क्या है? भाषा की आड़ में प्रकट होते जटिल विचार परिश्रम केवल मानसिक।  मगर फिल्म; किसी लेखनी को झकझोर कर जीवंत कर देना केवल स्याही नहीं चाहिए  विस्तृत  प्रबंध हार्ड डिस्क में बैठी यह कविता। इसका श्रोता कहाँ हैं?

A diploma film

Countless thoughts, ideas that spring from remorse anger love and experience; that is life. Gaseous in nature, free flowing; where form kills the function. The science of condensation is inapplicable. And so are absent the tiny stories and a diploma film.

Docu Drama 4

4.  She sleeps in the hard disc the footage that was once alive  wanting to procreate like an excited sperm. Biases, whims and perspectives cut through ruthlessly to make an enduring encounter a short film that would be seen

Docu Drama 3

3. I know what you meant when you said the film isn't there only if I were not making a film

Docu Drama 2

2. She spoke for four hours on a dose of vitamin tablets but I better lose all that weight of heavy words and vocabulary because size zero is in in Bollywood  and in films

Docu Drama 1

1. Cut out all this talking be poetic let meaning be subjective let truth be lost because preaching is bad for the health of intellectuals