एटम बम का परमाणु




एटम  बम के गढ़ में बैठा 
वो परमाणु 
इठलाता है, 
दिखाता  है धौस, 
डराता है बस एक आँख के
इशारे भर से।
अक्लमंद समझता है 
  की जैसे है बस वो ही 
सशक्त, सार्थक और सुरक्षित।
किन्तु विस्फोट के बाद 
कोटि अणुओं के साथ 
मिलाता हुआ आलाप 
बिलबिलाता हुआ,
 चिथड़ो  में 
कौतुहल के बीच 
पश्चाताप में झुलसता 
रोता भी है 
वो एटम बम का परमाणु।

इस धरती की मौत के मातम में 
रहोगे तुम भी  कलपते, अकुलाते
अपने AC वाले घर में बैठे 
तुम्ही तो हो वो एटम बम के परमाणु।

Comments

  1. तुम्हारी बात सुने कोई तो, पागल कहेगा तुम्हे| मसान से तपते शहरों में कोई बिना एयर कंडीशन के कैसे रह पायेगा भला | यहाँ आदमी-आदमी को बेचता हैं, मशीन अादमी को चलाती है | ओर आदमी ! बात हैं सोचने की| सोचकर सोचो ट्रक के पीछे बस लिखा होता हैं, पर सच हैं, बात हैं सोचने की | पॉवर- प्रतिष्ठा के खेल में सब बिगाड़ छिपे हैं|
    http://video.scroll.in/242/if-the-hiroshima-bombing-was-barbaric-what-can-we-say-about-nagasakis-fate
    जो इतना सादा हैं वह मेरा हैं|

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  2. तुम्हारी बात सुने कोई तो, पागल कहेगा तुम्हे| मसान से तपते शहरों में कोई बिना एयर कंडीशन के कैसे रह पायेगा भला | यहाँ आदमी-आदमी को बेचता हैं, मशीन अादमी को चलाती है | ओर आदमी ! बात हैं सोचने की| सोचकर सोचो ट्रक के पीछे बस लिखा होता हैं, पर सच हैं, बात हैं सोचने की | पॉवर- प्रतिष्ठा के खेल में सब बिगाड़ छिपे हैं|
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